Our Management Committe


वंदनीय अभिभावक साथियों

सादर अभिभावन ।

जनपद के शिक्षा जगत का कोई ऐसा कोना नही जहाँ आपके विधालय की आहट न सुनाई देती हो । पठन पाठन एवं विभिन्न पाठ्येतर क्रिया कलापों में राष्ट्रीय स्तर तक अपनी दस्तक देने वाली यह संस्था आपके समक्ष कथनी एवं करनी में अंतर न रखने के लिए कटिबद्ध है । इसीलिए इसकी सफलता के श्रेय विधालय के छात्र,अध्यापक एवं अध्यापाको के विश्र्वास को जाता है । संस्कारित शिक्षा ग्रहण कर विधालय के छात्र/छात्राएं सेवा क्षेत्र (Service Sector ) में अपनी मेधा का लोहा मनवाते रहें -

पसीने के स्याही से जो लिखते है अपने इरदों को । उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नही हुआ करते ।।

इसी शुभ आशा के साथ

डा० रामकिरण त्रिपाठी(प्रधानाचार्य)

स्वर्गवासी माता जी एव एवं कर्मठ पिताश्री की द्रशयाद्रश्य प्रेरणा, अन्वेषी धनाचार्य एवं कर्तव्यपरायण अध्यापकगण तथा विश्र्वास करने वाले अभिभावक के सानिध्य से कदम दर कदम बढते हुए इस विधायल को देखकर मुझे तब और प्रसन्नता होती है, जब पत्रकारिता के इतिहास पुरुष आदरणीय रामदत्त त्रिपाठी जी एवं ई० टी० वि० (उ०प्र०,उतराखण्ड) के मुख्य संम्पादक श्री वृजेश मिश्र का सम्बल प्राप्त होते दिखाई दिया करता है। विधालय में पड़ने वाली छात्राओं को घर से विधालय तक पूर्ण सुरक्षित करने का संकल्प एकबार पुनः दोहराते हुए सवार्धिक रोजगार (Service) देने वाला इस जनपद का यह विधायल अपने विजन के पूरी तरह सफल सिद्ध हो रहा है। विधालय इसी तरह आगे बढ़ता रहे इसी शुभ सोच के साथ -

आपका एक और शुभचिंतक

राम सुभग त्रिपाठी (प्रबंधक)

नमनीय अभिभावक गण

हार्दिद वन्दन एवं अभिनन्दन

जीवन के तीसरे पड़ाव पर मैंने ग्रामांचल आदर्श इण्टर कालेज का दिवा जीवन के तीसरे पड़ाव पर मैंने ग्रामांचल आदर्श इण्टर कालेज का दिवा स्वप्न देखा था जो आज गुजरते वक्त के साथ आपके समक्ष साकार रूप में आपकी समक्ष साकार रूप में तत्पर है। अनुकरणी अनुशासन, मनो वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति, संस्कारित एवं सुयोग अध्यापक तथा श्रेषठ प्रदशर्न के चार स्तम्भों पर स्थापित यह विधालय जनपद और राज्य से आगे बढकर राष्ट्रीय स्तर तक अपनी उपस्थिति दर्ज कर चुका हैं। इन उपब्धियों के मूल में आप सबका सहयोग और विश्र्वास ही लगा हुआ इसी तरह यह संस्था आगे बढती रहे, यही मेरा आशिर्वाद हैं।

‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की मंगलभावनाओ में भरी हुई यह विवरणिका आपके लिए प्रस्तुत है।

रामवतार त्रिपाठी (संस्थापक)